CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT MOST POWERFUL SARV KARYA SIDH SHABAR MANTRA (KARYA SIDDHI SHABAR MANTRA MOST POWERFUL SHABAR MANTRA)

Considerations To Know About Most powerful sarv karya sidh shabar mantra (karya siddhi shabar mantra most powerful shabar mantra)

Considerations To Know About Most powerful sarv karya sidh shabar mantra (karya siddhi shabar mantra most powerful shabar mantra)

Blog Article



वस्त्र: साफ और सफेद या पीले वस्त्र पहनें।

एक माला (१०८ बार) से लेकर ११ माला (११८८ बार) तक रोज जप करें। यह निर्भर करता है कि आप कितनी जल्दी अपने उद्देश्य को प्राप्त करना चाहते हैं।

It Advantages occupation-hunters by assisting them to have the occupation in the popular industry if one recites the mantra regularly.

प्रबल शत्रु मर्दन शाबर मन्त्र प्रयोग

शत्रु विघातक इस प्रयोग को अपने जीवन में उतारें, इसे अपनाएं और हमेशा हमेशा के लिए आप शत्रुओं से सुरक्षित हो जायें

 राजा राम चन्द्र की करोड़ों - करोड़ों बार दुहाई



सरभंग चन्द सकल पर वापे, सरभंग सूरज सी किरण

If the mantras are chanted on a regular basis, it could continue to keep us Risk-free within the influences of other mantras that may interfere with it. Even though chanting these, a copyright feather is to be incorporated.

डाक्नी-साकनी सौदागरी ! झाड-झाटक-पटक-पछाड !सर खुला मुख बला, नहि तो माता कालका का दुध हराम ! शब्द सांचा,पिण्ड कांचा !चलो भैरब , ईश्वरो बाचा !”



तब तक आप get more info स्वयं यंत्र लीजिए और उसको साफ कीजिए और ईश्वर का नाम लीजिए, बस प्राण-प्रतिष्ठा हो गई। उसको नित्य स्नान इत्यादि करा कर जाप शुरू करें। सवा लाख मंत्र का जाप कीजिए। इसके बाद संतान उत्पत्ति के लक्षण भी बन जाएगे। और इस प्रकार से मंत्र जाप के बाद जो संतान उत्पन्न होती है वह तन और मन दोनों से स्वस्थ होती है।

These mantras are predominantly practiced from the followers and tantriks who follow Expert Gorakhnath. Nevertheless, they may be practiced by anybody who has faith, devotion and good intentions.

सात वर्षों तक जप करने से 'देवत्व' नौ वर्षों तक जप करने से ‘मनुत्व' तथा दश वर्षों तक जप करने से 'इन्द्रत्व' प्राप्त होता है। ग्यारह वर्षों तक जप करने से 'प्रजापति' तथा बारह वर्षों तक जप करने वाला मनुष्य साक्षात् 'ब्रह्मा' के समान हो जाता है। कामाख्या-तंत्र वह कल्पवृक्ष है, जिससे मनुष्य सर्वाभीष्ट सिद्ध कर सकता है।

Report this page